Friday 24 January 2014

जीवन का अंतिम सत्य..


अंतिम प्रहर,
अनजान सफ़र,
सुनसान डगर,
अंधकार गहन,
अनगिनत प्रश्न,
वेदना प्रबल,
श्वास विफल,
चेतना शिथिल,
मृत्यु निकट। 

Monday 20 January 2014

धरने पर बैठे मुख्यमंत्री का दर्द...

दिल्ली के CM यानि हमारे Sirji का दर्द-
मौसम ने साजिश की है। बारिश भी कांग्रेस/बीजेपी के साथ मिली हुई है। बड़े समुन्द्रों का बहुत पानी पिया हुआ है। बारिश के करप्शन को जनता के सामने लायेगे। ये सब मिलकर जितना मर्ज़ी षड्यंत्र कर लें, बारिश/सर्दी करा दें। लेकिन हमारा उत्साह कम नहीं होगा। हम जनता के अधिकार के लिए बारिश/सर्दी से भी लड़ेंगे। खांसी की परवाह किये बिना मुफ्लर पहन के डटे रहेंगे।
ये जो आरएसएस के लोग हैं, इन्होंने बारिश करवाने के लिए आसमान से बड़ी मीटिंग्स की हैं। ये कम्युनल बारिश है ताकि माइनॉरिटीज हमारे धरने में न आ सकें।
दिल्ली की पुलिस पहले तो चंदा उगराती है फिर जनता को धमकती है। और फिर पैसा शिंदे जी को मिलता है। वही पैसा समुन्दरों को शिन्देजी पहुंचाते हैं। ताकि जब भी कोई अनशन/ धरना हो, उसे विफल करो।
ये सब मिलकर बारिश में भी बड़े बड़े घरों में रहते हैं। बिना छाते और रेनकोट के बाहर तक नहीं निकलते। ये जनता की खांसी बुखार को क्या समझेंगे?
मोदी का सारा तंत्र इसके पीछे लगा है। अमित शाह को जिम्मेदारी दी है कि बारिश करवाते रहो जिससे मेरी खांसी बढती रहे और मैं स्टील के ग्लास से पानी न पी सकूँ।
ये पापी लोग और भ्रष्ट पार्टियाँ कितना भी जोर लगा लें। हमें हराना चाहते हैं तो कोई भी कोशिश कर लें। हम इन्हें मुंह तोड़ जवाब देंगे।

Friday 3 January 2014

रिश्तों का कडवा सच..


सफ़र मुझे तय करना था,
आसानी से तय कर लिया,
जितनी सीढीयां चढ़नी थी,
चढ़ कर वहां मैं पहुँच गया,
अब तू मुझसे अवकाश ले,
तेरा संग मुझे क्या करना है?

बड़ा हो गया हूँ मैं बच्चा नहीं,
तेरे साथ की अब वजह नहीं,
हर बार लौट आऊँ,क्यूँ जरुरी है?
स्वार्थ सिद्ध हुए,रास्ते अलग हुए,
साथ की चाह फिर क्यूँ अधूरी है?

तेरे कंधे पहले से मजबूत नहीं,
बूढ़े चेहरे पर हज़ार झुरियां हैं,
तुझ संग विचारों का मेल नहीं,
बहुत ख्वाब,मुझे पूरे करने हैं,
तेरे संग से कुछ हासिल नहीं,
तेरा साथ मुझे क्या करना है?

कौन हूँ,इससे अंतर क्या दिखता?
जैसा समझो कोई फर्क नहीं पड़ता,
रंग,रूप,भाषा, भिन्न हुए तो क्या?
सदियों से हर युग में मिलता हूँ,
हाड़ मांस का पुतला,नाम इंसान है।