आज नहीं तो कभी नहीं
अभी भी नहीं तो फिर कब
आप नहीं तो और हो कौन
सुख आपके दुःख भुगते कौन
देश नहीं तो किसके लिए
बोलना नहीं मौन हो क्यों
कष्ट हमारे निवारण किसका
यहाँ नहीं तो और जाएँ कहाँ
लड़ाई आपकी परिणाम किसे
व्यथा तो है दुर्दशा किसकी
चिंता समय की बेबस कौन
नींद की चाह सोये कोई कैसे
खुली आंख पर सपने किसके
द्वन्द मन का तो युद्ध कहाँ
बदलाव चाहिए बदले कैसे
खुद का युद्ध लडेगा कौन
हिम्मत आपकी साथ सबका
अब परिवर्तन रोकेगा कौन
नया सवेरा ला अंधकार मिटा
ये प्रयास आपका करेगा कौन??